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Showing posts from March, 2023

Yana Rock

Located in the Sahyadri mountain range of the Western Ghats, Yana is a quaint village famous for natural wonders in the form of two unique rock outcrops known as Bhairaveshwara Shikhara and the Mohini Shikhara.

आगरा

संपूर्ण विश्व में एक विशिष्ट पर्यटन केंद्र के रूप में प्रसिद्ध आगरा एक प्राचीन नगर है. यह शहर मुगलों के शासनकाल में  आकर्षण का केंद्र बिंदु बना। दुनिया के सात आश्चर्यों में से एक-  ताजमहल के  लिए प्रसिद्ध आगरा नगर में कई अन्य दर्शनीय स्थल भी हैं। ताज में सुंदरता की ऐसी अद्भुत गरिमा समाई है कि यह सौंदर्य का पर्याय कहलाने लगा है। दर्शनीय स्थल आगरा का किला (विश्व धरोहर स्थल) यह भव्य किला यमुना नदी के किनारे स्थित है। इसे 1565 ई0 में अकबर ने बनवाया था। इसमें अनेक महल व घर शामिल हैं; जैसे मोती मस्जिद, दीवान-ंए-ंआम, दीवान-ंए-ंख़ास, मुसम्मन बुर्ज, जहांगीरी महल, ख़ासमहल, शीश महल आदि।  चीनी का रोज़ा मुग़ल बादशाह जहांगीर के शासनकाल के एक जाने-ंमाने विद्वान शायर, शीराज़ के आलम अफ़जल खल शुकरुल्ला का स्मारक। 

बीकानेर

  बीकानेर की स्थापना 1488 में राव बीकाजी द्वारा की गई। यह शहर मंदिरों व हवेलियों के लिए जाना जाता है।  निःसंदेह पारंपरिक कला व वास्तुकला की धरोहरें आपका मन मोह लेंगी।

First G-20 Tourism Working Group meeting

Under the framework of G20, Ministry of Tourism organised its first Tourism Working Group meeting from 7th to 9th February 2023 in Rann of Kutch, Gujarat. The last meeting will be held in Goa. The delegates from G20 member countriesdeliberated on 5 inter related priority areas for tourism.   • Greening of tourism sector • Harnessing the power of digitization • Empowering youth with skills • Nurturing tourism MSMEs/ startups • Rethinking the strategic management of destinations These priority areas will constitute the key building blocks for accelerating the transition of the tourism sector and will achieve the targets for 2030 Sustainable Development Goals. Delegates of Rann of Kutch meeting were taken to Dholavira which is a UNESCO world heritage site Nearly 6.9 million tourists have arrived in India from abroad in 2022 post COVID pandemic The four fold rise in the tourist arrivals to India indicates the success of India's efforts to achieve resilient growth in tourism.

अन्तिचक, भागलपुर

Vikramshila Entrance / Image Credit अन्तिचक बिहार के भागलपुर जिले में एक लोकप्रिय पुरातात्विक स्थल है जहां प्रसिद्ध विक्रमशिला विश्वविद्यालय के अवशेष पाए गए हैं। 8 वीं सदी में पाल शासक धर्मपाल द्वारा स्थापित, विक्रमशिला  वज्रयान बौद्ध धर्म का एक महान केंद्र और शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र था। इस मठ से भेजा गया एक मिशन के परिणामस्वरूप 11 वीं सदी ई. तिब्बत में वज्रयान बौद्ध धर्म  स्थापित किया गया था। विक्रमशिला मठ के अंदर इमारतों की एक श्रंखला है जिनमे मंदिर और स्तूप शामिल हैं। 1960-61 में किए गए खुदाई में पत्थर और मिट्टी के बनी बुद्ध की मूर्तियों की प्राप्ति हुई हैं।  

कौसानी - भारत का स्वीट्जरलैंड

Kausani / Image Credit अपनी अद्भुत सुंदरता के लिए विश्व विख्यात कौसानी को भारत का स्विटजरलैण्ड भी कहा जाता है। समुद्रतल से 1890 मीटर की ऊंचाई पर बसा कौसानी अल्मोड़ा के उत्तर में 53 कि0मी0 की दूरी पर स्थित है। कहते हैं कि पहले यह स्थान वलना नाम से जाना जाता था।  कौशिक मुनि के कठोर तप के कारण इसे यह नाम मिला। हिंदी कवि सुमित्रानंदन पंत की जन्मस्थली कौसानी ने हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को भी अपने नैसर्गिक सौंदर्य से अभिभूत कर दिया था। कौसानी के कण-ंकण में अद्भुत सौंदर्य के दर्शन होते हैं। हिमाच्छादित त्रिशूल, नंदादेवी, नंदाकोट आदि चोटियां व हरी-ंभरी घाटी में बिखरे फूलों की छटा कौसानी को एक ऐसा रूप प्रदान करती है कि पर्यटक अनायास ही मोहित हो उठता है।   प्रमुख पर्यटन स्थल अनाशक्ति आश्रम  Anashakti ashram / Image Credit यही वह स्थान है जहां हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने 1929 में अपने प्रवास के दौरान कुछ दिन बिताए थे। गांधी जी यहां के सौंदर्य से अभिभूत हो गए और अपने पत्र में कौसानी का वर्णन कर उसे देश्-ंविदेश में लोकप्रिय कर दिया। हिमालय की परम शांति व नैसर्गिक सौंदर्य के मध्य खड़ा यह

कुशलेश्वर मंदिर

केन्दुझर ज़िले के  देवगांव में कुसी नदी के तट में स्थित कुशलेश्वर मंदिर एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। देवगांव आनंदपुर से 15 KM की दुरी पर स्थित है।   

गोनासिका मंदिर केन्दुझर

Gonasika_Guptaganga_Temple/ Image Credit घाटियों व जंगली पहाड़ियों से घिरा गोनासिका ब्रहमेश्वर महादेव  मंदिर  के लिए जाना जाता है। यह वैतरणी नदी के उद्गम पर स्थित है । वैतरणी नदी अपने  उद्गम  स्थल से थोड़ा दूर  जा कर भूमिगत हो जाती है और गुप्तगंगा के नाम से जानी जाती है। इसके बाद थोड़ी दूरी पर यह एक पत्थर से बाहर निकलती दिखती है, जो दिखने में गाय के नथुने जैसा लगता है। गोनासिका  ओडिशा  राज्य के  केन्दुझर या केउंझर जिला मुख्यालय से 45 Km दूर है.  गोनासिका  मंदिर    

कार्बेट नेशनल पार्क

       A River in Corbett National Park / Image Credit : commons.wikimedia.org                                                                                      भारत के प्रसिद्ध और पुराने  वन्यजीव अभयारण्यों में से एक कार्बेट नेशनल पार्क समुद्रतल से 600 से 1100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है ।  An elephant herd at Jim Corbett National Park / Image credit

Yamunotri Ropeway Project

The state government of Uttarakhand has inked a contract with two private firms to construct a ropeway to Yamunotri from Janki Chatti in Kharsali, situated at a height of over 10,000 ft in the Garhwal Himalayas. The trek from Janki Chatti to Yamunotri is 07 km. The project will be executed by Uttarakhand Tourism Development Board. The ropeway is being built under public-private partnership (PPP) mode. The length of the ropeway will be 3.38 km (aerial distance) and will be developed at a cost of Rs 166.82 crore. The ropeway will cut down the travel time to just 20 minutes from the current 2 to 3 hours. The two private companies are SRM Engineering Solutions Pvt. Ltd. and FIL Industries Pvt. Ltd.  The 3.38 km long ropeway will be of mono-cable detachable type. The construction of the ropeway is based on Mono-Cable Detachable Gondola system technology. Yamunotri Dham Greatly revered as the origin of the Yamuna, Yamunotri  is a Hindu sacred site of the first order. Its central temple, the

जोग जलप्रपात

प्रकृति को उसके अनूठे रूप में देखना हो तो जोग जलप्रपात जाएं,। यहां शरावती नदी 956 फीट की ऊंचाई से गिरते हुए -ंउचयराजा, रानी, रोरर और रॉकेट नाम से चार खूबसूरत जलप्रपात बनाती है। भारत के दर्शनीय चमत्कारों में से एक जोग जलप्रपात मानसून में तो और भी मनोरम दृश्य उपस्थित करता है ।